निर्णय नं. ९९ - वीजाये विमुत
प्रधान न्यायालये सींगल वेञ्च
मा नं 38
मुद्दा वीजाये विमुत
वादी जुमला कालडरा छाप्रेनाई वाग गाउ बस्ने----------------------- दलसुर साही---------1 ऐमान ऐ-------------1 कालु ऐ ------------1 बलु ऐ -------------1 नरदल ऐ ----------1 जुद्ध बहादुर ऐ -----1 भलै ऐ ------------1 गज बहादुर ऐ -----1 अनी पाल ऐ --------1 गोर्खु ऐ ------------1 अली ऐ ------------1 भवंती नी ऐ ----------1 अमु ऐ -------------1 जगु ऐ --------------1
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वीपक्षे ऐ ऐ बस्ने ------------------ मु. रनउदीप साही----------------1 खड्ग बहादुर ऐ --------------------1 |
ईजलास
श्री माननीये प्रधान न्यायाधीस हरी प्रसाद प्रधान ऐमए वीएल
फैसला
येस्मा गाउँका तालुकदार चन्द्र बहादुर मरेपछी नीजका छोरा रनउदीप र खड्ग बहादुर स्मेतले अधकट्टी लेखाउनी कीस्ता खीलायी मुखेउली माना केही डोरलाई खुवायेको खर्च चाहींछ भनी वढी रकं कलं लगाई लीएको र सुं कपडा भेडो घीउ नगदी ईत्यादी वरावर ली दुख पीर भयेको हुनाले लेखीये वमोजीं वडी रकं कलं लगाई दुख पीर दीयेमा सजाये गरी वीगो भराई पाउ भंने स्मेत वादीहरुको उजुर रहेछ।
वादीका उजुर वमोजीं वडी रकं कलं लगाई लीयो खायेको र दुख पीर दीयेको होईन भाई रनउदीपका नाउमा तालुकदारी दर्ता राखी तीरो स्म उठाउने गरेको छु नीज भाई रनउदीप 3 सालदेखी देसमा कुली कां गर्न गयेको न आयेकाले नीज स्मेत भै कसरी बडी रकं उठायेहुँला पटक पटक मुद्दा परेको ईवी हुदा झुट्टा उजुर गरेको हो भंने स्मेत र.खडड्ग बहादुरको वयां रहेछ ।
रनउदीपले म्याद गुजारेकोले प्रहरुले लीये खाये की भंन अधकट्टी दीयेन भंने कुरामा 35 दीं भीत्रको उजुर नदेखीयेको र ----घ्यू धार्नी 3 लीये भंने वीन्ती पत्रमा नलेखी वयांमा लेखेको साहु असामीको 1 नं ले जस्तो दीयो तेस्तै गरी लीनपर्ने गोर्खको भेडा लुटेका मोल वाकी रु 15। दीयेन भनेमा स्मेत जगे बहादुरको सुंको नथ वाला कपडा स्मेत जवरजस्ती लीयो भनेमा स्मेत लुट्पीट्कै अवस्था देखीयेको लुट्पीट्का 14 नं बमोजीं 3 मैना भीत्र उजुर नपरेको दलसुर जुद्ध बहादुर ऐंमा अ वु जगत बहादुरबाट रु 30। का दर्ले लीये भनेमा जगा हाम्रो भंन नसकेको तीर्नै पर्यो भनी तीरेकाले सो कुरामा पनी साहु असामीका 1 नं वमोजीं लिनपर्ने अदकट्टी लेखाउनी दस्तुर कीस्ता खीलायी जगेडा गहु चामल मुखेली आनमान -----रकं तीरो असुल गर्दा बढी रकं स्मेत लीयो भनेमा अधकट्टी दस्तुर 2000 साल देखी 6 साल स्मको र अरु 3 सालदेखी 6 साल स्मको दावी गरेको रकं तहसीलको 22 नं ले 2 वर्ष भीत्रको उजुर दीये मात्र उजुर लाग्ने भै खारेज हुने र अधकट्टी लेखाउनी कीस्ता खीलायी जगेडा गहु चामल मुखेली आनुमानु ----तीरो असुल गर्दा बढी रकं स्मेत 5।6 साल 2 को र ----रु 22 ठगे दुख पीर दीये भंने हक्मा यो यो मीतीमा लीयो खायो दुख पीर दीये भंने कुरा नभै हचुवा लेखाई भयेकोमा पनी जगडा चामल गहुका हक्मा जुमला गौडामा नबुझाई खायो भंन नसकी गौडामा क्षती बुझायेको जीन्सीको पैसा र बढी अनाज भराई पाउ भनेमा र प्र.लेखायेको नदेखीयेको 36 जना सरज्मीनबाट दुख पीर दीयेको परीवंद खुलाई लेखेको नभै वादी वमोजीं दुख पीर दीये भंने धेरैको कसै कसैले हामीलाई पनी दुख पीर दीयेको छ भनेको तेस् तर्फ उजुर परेको नदेखीयेका र सरज्मीन लेखाई साचो भंन नभयेको मु.रनउदीप 3 सालमा देस गये भंने खड्ग बहादुर 6 सालमा गयेको भंने सरज्मीन स्मेतबाट आनुमानु भयेको देखीयेको आनु मानु केही रकं लीयेको लीखत सबुद वादीले पेस गर्न नसकेका प्र. साछी 3 सरज्मीन 18 बाट पीरमार्का पारेको नदेखियेको ईवीवाला भै 2000 सालतक तीरो नतीरेकाले अचानक असुल भयेको भंने खड्क बहादुरले लेखाई माल ज्वाफबाट अमानत भयेकै हैन भंने नभै सावीक श्रेस्ता छैन भंने हुदा वादीकोउजुर झुट्टा ठहर्छ भनी 7।9।2।2 मा जुमला अदालतले फैसला गरेको रहेछ ।
तालुक रनउदीप नीजका येका घरको भाई खड्ग बहादुर दुवै भै लीये खाये दुख पीर दीयेकै भै 3 मैने म्याद गुजारी बसेको बडी रकं लीये खायेकै हुनाले सरज्मीनले उजुर बमोजीं लीये खायेकै हो भनी वकी दीयेको छदै हराई दीयेमा चीत्त बुझेन भंने स्मेत ज्वां 13 को वा.स्मेत जगु साहीको अपील उजुर परी स्मन टास हुदा रनउदीप मोगलां गयेको भये पनी खड्क बहादुर स्मेतबाट खबर पाउनाको अवस्था भै खड्ग बहादुर मोगलां गयेको भनी दुवैका नाउमा येउटै 3 मैने म्याद टास भयेको खड्क बहादुर हाजीर हुनु रनउदीप नहुनु अवस्था नदेखीयेको तालुकदार मोगलां जादा दांकामे नराखी जान नपाउने गये तालुकी दरखास हुने माललाई सवाल भैरहेको बुझीयेको येसलाई दांकामे राखेको भंने खड्ग बहादुर लेखबाट नदेखीयेको सरज्मीन ज्यान 36 ले बडी रकं उठायेकै हुं भनेबाट खड्ग बाहादुर तालुक नभये पनी रनउदीपले मात्र गर्यो होला भंन नभै रनउदीप र खड्ग बहादुर मीली वडी रकं लीये खायेको ठहर्नेमा ठहर्दैन भंने सुरुको ईन्साफ गल्ती विंती पत्र भंदा वयांमा वडी दावी गरेको वादीको गल्ती ठहर्छ रनउदीप के रु 500 भंदा बडी वीगो देखीयेकाले तालुकबाट वर्खास गरी अर्को वंदोवस्त गर्न जुंला मालमा पुर्जी गर्न रकं तहसीलका 21 नं बमोजीं जाहेर गरेको 8।10।21 को सल्याना अपीलको जाहेरी फैसला रहेछ ।
साधकद्वारा पेस हुन आयेको यो मुद्दा बुझ्दा मीसील सामेल रहेका सरज्मीन मुचुलकाबाट धेरै जसोको रनउदीपले बडी रकं ली खाये भने पनी यो साल मैना मीतीमा यो यो बाट यो यती यती लीये खायेको हो भनी कीटानी साथ लेखी दीन नसकेकोले र छलफललाई स्वीकारेका ज्वान 13को वा स्मेत जगु साहीले मुनासीव माफीकको लीखत प्रमाण केही छ भंन र पेस गर्न नसकेकाले वादीहरुको उजुर झुट्टा ठहराई जुमला अदालतले गरेको ईन्साफ मुनासीव र सल्याना अपीलको गल्ती ठहर्छ सो ठहर्नाले तप्सीलका मानीसलाई तप्सीलमा लेखिये वमोजीं गर्नु ।
तपसील
प्र देहायेका मानीसके ईन्साफ सुरुको मनासीव हुदा सल्याना अपीलका फैसला बमोजींके
देहायेको डंड वीगो नलागने भयेकाले असुल भये फीर्ता नभये लगत काटीदीनु भनी सो
अपील्मा पुर्जी गर्न लगत दीने-----------------------------------------------------------
रनउदीप साहीके -----------------------------------------------------
डंड मोरु चौरानवे रुपैञा तीस पैसा ----------------94।30
वीगो चौरानवे रुपैञा येकाईस पैसा ----------------94।21
खड्ग बहादुर साही के---------------------------------------------------
डंड मोरु वयासी रुपैञा अंठाउन पैसा --------------82।58
वीगो मोरु 60।61 साठी रुपैञा येकसट्टी पैसा------61।61
देहायेका मानीसके झुट्टा बकेमा भनी सल्यान अपीलका फैसलाले मोरु 1X1 येकका दर्ले
गरेको जरीवाना नलागने भयेकाले असुल भये फीर्ता नभये लगत काटीदीनु भनी ऐ ऐ
जुंला रफाल छाप्रे बस्ने दील्पु बहादुर साही ----------------1
ऐ मगरी ट्टी बस्ने मनरुप चं ------------------------------1
ऐ माईली गडा बस्ने जोरासीं साही-------------------------1
ऐ ऐ बस्ने रुप कर्ण ऐ------------------------------------1
ऐ ऐ बस्ने भायु साही ------------------------------------1
ऐ ऐ बस्ने धनसुर ऐ -------------------------------------1
ऐ ऐ बस्ने सारी वं ऐ ------------------------------------1
ऐ ऐ बस्ने वलजीरा वल छेत्री ----------------------------1
ऐ रफालदरा ----बस्ने वीर बहादुर साही ------------------1
ऐ ऐ बस्ने कीस्ण बहादुर साही ---------------------------1
ऐ ऐ बस्ने पुर्ण बहादुर ऐ --------------------------------1
ऐ ऐ ---बस्ने गोर्ख बहादुर साही -------------------------1
ऐ ऐ बस्ने नरसीं साही ----------------------------------1
ऐ ऐ बस्ने वीर बहादुर ऐ -------------------------------1
ऐ माहीली वाग बस्ने राजवीर ऐ -------------------------1
ऐ वानपीस चौकी बस्ने हर्ष बहादुर ऐ --------------------1
ऐ धात्रे नाईवाडा बस्ने जोरासीं ऐ--------------------------1
ऐ दराषण वाडा बस्ने भुने राउत --------------------------1
ऐ माईली गडा बस्ने हरसींगे ऐ ---------------------------1
ऐ ऐ बस्ने लालसीं साही ----------------------------------1
ऐ रपालदरा जुदीञा नाईडाडा बस्ने धन बहादुर ऐ-----------1
ईन्साफ सुरुको मुनासीव ठहरेकाले जुमला रफालदरा छाप्रे बस्ने देहायेका मानीसके
सल्याना अपीलका फैसलाले भराउने गरेको देहाये वमोजींको वीगो भराउन नपरेकाले
लगत काटीदीनु भनी जुंला अदालतमा पुर्जी गर्न ऐ ----------------------------------------
दलसुरलाई भराउने गरेको ---------------------------------------
रनउदीपबाटको रु 6 रुपैञा वहतर पैसा -----------6।72
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा वतीस पेसा -------------4।32
ऐमान साहीलाई भराउने गरेको -------------------------------------
रनउदीपबाट छ रुपैञा साठी पैसा -------------------6।60
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा वीस पैसा ----------------4।20
अनु साहीलाई ऐ------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा अठहतर पैसा ------------6।78
खड्ग बहादरबाट छवीस रुपैञा अठतीस पैसा -----------26।38
कालु साहीलाई ऐ------------------------------------------------------
रनउदीपबाट छ रुपैञा असी पैसा----------------------6।80
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा चालीस पैसा --------------4।40
बलु साहीलाई ऐ ---------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा त्रीहतर पैसा --------------6।73
खड्ग बहादुरबाट मोरु चार रुपैञा तेतीस पैसा -----------4।33
नरदल साहीलाऐ ---------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट छ रुपैञा असी पैसा ----------------------6।80
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा चालीस पैसा ----------------4।40
जुधु बहादुर साहीलाई ----------------------------------------------------------
रनउदीपबाट छ रुपैञा वहततर पैसा -------------------6।72
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा वतीस पैसा ------------------4।32
भलै साहीलाई -----------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा नवे पैसा --------------------6।90
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा पचास पैसा ------------------4।50
गज बहादुर साही --------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा छयासट्ठी पैसा ----------------6।66
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा छवीस पैसा -------------------4।26
अनैपाल साहीलाई ---------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा छयासट्ठी पैसा ----------------6।66
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा छवीस पैसा -------------------4।26
गोरखु साहीलाई ऐ---------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा छयासट्ठी पैसा ----------------6।66
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा छवीस पैसा -------------------4।26
अली साहीलाई ऐ ----------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु छ रुपैञा नवे पैसा ---------------------6।90
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा छपंन पैसा --------------------4।56
भवती साहीलाई ऐ ---------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट छ रुपैञा नवे पैसा --------------------------6।90
खड्ग बहादुरबाट चार रुपैञा पचास पैसा -------------------4।50
जगु साहीलाई ------------------------------------------------------------------
रनउदीपबाट मोरु सात रुपैञा चवालीस पैसा ---------------7।44
खड्ग बहादुरबाट मोरु पाच रुपैञा चालीस पैसा --------------5।40
मु.रनउदीप साहीले वीजाये वीकन गरेको नठहरेकाले सल्याना अपीलका फैसला वमोजीं
तालुकी वर्खास गर्न जुंला माललाई पुर्जी गर्न नपर्ने
वादी देहायेका मानीसके सुरु उपर अपील गरेमा हाका 10 नं ले सुरु डंडका दससौद
देहाये वमोजीं भय डंड हुंछ जगु साही रुजु भै अरु रुजु नभयेकाले ऐं वमोजीं गर्न अ.त.
मा लगत दीने--------------------------------------------------------------------------------
दनसुर साहीके डंड मोरु 1।80 को दसौद मोरु -------------।19
ऐमान साहीके ऐ 2।44 को ऐ ऐ ---------------------------।25
कालु साही के ऐ 2।40 को ऐ ऐ ---------------------------।24
वलु साही के ऐ 2।38 को ऐ ऐ ----------------------------।24
नरदल साहीके ऐ 2।40 को ऐ ऐ ---------------------------।24
जुद्ध बहादुर साही के ऐ 2।38 को ऐ ऐ ---------------------।24
भलै साही के ऐ 2।46 को ऐ ऐ -----------------------------।25
अनी पाल ऐ के ऐ 2।25 को ऐ ऐ --------------------------।24
गोर्खु साही के ऐ 2।35 को ऐ ------------------------------।24
अली साही के ऐ 2।46 को ऐ ऐ ----------------------------।25
भपंती ऐ के ऐ 2।48 को ऐ ऐ ------------------------------।25
गज बहादुर के ऐ 2।35 के ऐ ------------------------------।24
अवु साही के ऐ 13।39 को ऐ ---------------------------1।34
जगु साही के ऐ 2।59 को ऐ ऐ -----------------------------।26
सल्याना अपीलका देहायेका मानीसके ईन्साफ गल्ती हुदा हाका 15 नं ले तजवीज मोरु
1। येक जरीवाना हुंछ देहाये वमोजीं असुल गर्न लगत दीनु --------------------------------
सु लोकजं बहादुर साहा सल्यां मुसीकोट्के -------------------------।75
अ.ख काली बहादुर भडारी छेत्री जुमला असीडरा देमाउ गाउ के ----।25
जुमला अदालतका डी सीवराज पंतके सल्याना अपीलबाट ईन्साफ गल्तीमा भनी गरेको
जरीवाना मोरु 1। एक नलागने भयेकाले असुल भये फीर्ता नभये लगत काटीदीनु भनी
जुमला अदालतमा पुर्जी गर्न अतमा लगत दीने -------------------------------------------
लगत काट्न र फीर्ता दीन स्मेत देहायेका कलंमा अपील अवस्थापुगे पछी मीसील सुरुमा
पठाउने भनी अपील फैसलाका 304 दफामा लेखेको हाल सुरुके ईन्साफ कायं ठहरीयेको
हुदा अपील फैसला वमोजीं गर्न पर्दैन सुरु फैसला वमोजीं लगत कायं गरी ऐं वमोजीं गर्न
भनी मीसील सुरुमा पठाउन सल्यां अपीलमा पठाईदीनु -------------------------------------
सरजमींमा झुठा लेखेको भनी सुरुका फैसलामा लेखीयेका कर्णजीत साही स्मेत ज्वां 35
लाई सुरुबाट रु 1 दर्ले गर्ने गरेको जरीवाना नलागने हुदा असुल भये फीर्ता वाकी भये
लगत काटीदीनु भनी लेखेको कलं --------------------------------------------------------
वादी ------ फालदरा छाप्रे नाई वाडा बस्ने दलसुर साही स्मेत सुरुका फैसलामा लेखीयेका
...14 लाई सो सुरुकै फैसलाले लेखीये वमोजीं गर्न गरी असुल गरेको डंड मध्ये ज्यालातर्फ
दीं 1 के रु ।8 मध्ये पाउने रु ।50 दर्ले पाउ भनी वडी पक्रेको रु ।42 को -----
10 नं ले हुनेमा डंड फी ज्मा रु ।5 द्रले र आनुमानुको पैसा लीयो भंने तर्फ नयाँमा वडी
पक्रेको फी ज्मा साल 1 को रु ।12 दरको र कं तहसीलको 36 नं सयेकडा 15 ले हुने
डंड रु ।2 स्मेत रु ।7 दर्ले 14 जनाकै र अवु साहीके झुट्टा ठगीको वीगो रु 22। जीते
....को 13 नं सैक्रा 1 ले लागने जीताउरी रु ।22 स्मेत कटाई वाकी रुपैञा ऐं सवालको
रीत पुर्याई फीर्ता खर्च लेखी दीनु भनेको कलं -------------------------------------------------
न्यायाधीस
इति सम्वत 2011 साल जेष्ठ 6 गते रोज ४ शुभम् ------------------------------------------